PHOTOS: इस दर्द की कोई दवा नहीं! लोग गांव से विस्थापित होना चाहते हैं, लेकिन उन्हें हटाने वाला कोई नहीं है
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आज भी तिवाड गांव, भल्डगांव, सौड़ उप्पू, रामगांव सहित आधा दर्जन से अधिक गांवों का विस्थापन नहीं हो सका है। झील के पानी के उतार-चढ़ाव के कारण मकानों में दरारें आ गई हैं और कृषि भूमि का धंसाव हो रहा है। लेकिन, थौलधार क्षेत्र के इन गांवों के बाशिंदों का दर्द देखने वाला कोई नहीं है, जिससे प्रभावित लोग परेशानी झेलने को मजबूर हैं।