चेन्नई में राजभवन के बाहर अचानक फेंका गया ‘पेट्रोल बम’ तो मची अफरा-तफरी, पुलिस ने लिया ये एक्शन

चेन्नई: बुधवार को तमिलनाडु में राजभवन के मुख्य द्वार के सामने एक शख्स ने पेट्रोल बम फेंक दिया. इस घटना ने राज्य में कानून-व्यवस्था के मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ द्रमुक के खिलाफ विपक्षी दलों की भौंहें चढ़ा दी हैं। विपक्षी अन्नाद्रमुक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तमिलनाडु के राज्यपाल के आधिकारिक आवास के बाहर हुई घटना पर सरकार की आलोचना की। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पेट्रोल बम फेंकने वाले शख्स को तुरंत काबू कर लिया गया. उन्होंने कहा कि इस व्यक्ति की पहचान ‘करुक्का’ विनोथ के रूप में की गई है जिसके खिलाफ कई मामले लंबित हैं।

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिण) प्रेम आनंद सिन्हा ने यहां संवाददाताओं को बताया कि व्यक्ति ने दोपहर करीब तीन बजे सरदार पटेल रोड पर राजभवन के सामने एक बोतल फेंकने की कोशिश की और मुख्य द्वार के पास ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने इसे तुरंत देख लिया। अधिकारियों ने बताया कि जब सतर्क पुलिसकर्मी उसे पकड़ रहे थे, तब उस व्यक्ति ने एक बोतल फेंकी जो राजभवन के मुख्य द्वार के सामने बैरियर पर गिरी लेकिन कोई नुकसान नहीं हुआ और कोई हताहत नहीं हुआ।

उन्होंने कहा, ‘कोई आग नहीं थी… केवल बाती पर थोड़ी लौ थी, बोतल गिरकर टूट गई. उसे पकड़ लिया गया और उसके पास कुछ और बोतलें थीं जिन्हें जब्त कर लिया गया. एक पुलिस विज्ञप्ति में कहा गया है, ’42 वर्षीय करुक्का विनोथ के खिलाफ 14 आपराधिक मामले दर्ज हैं और हाल ही में उन्हें जमानत पर रिहा किया गया था। वह यहां के तेनाम्पेट का रहने वाला है। विनोथ इसी तरह की दो घटनाओं में भी आरोपी रहे हैं, जिनमें एक साल पहले यहां बीजेपी कार्यालय को निशाना बनाने की घटना भी शामिल है.

सिन्हा ने कहा कि वह पिछले हफ्ते ही जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा हुए हैं. उन्होंने कहा कि बुधवार को घटना से पहले उसने शराब पी थी और उसके मकसद की जांच की जा रही है. उन्होंने किसी भी सुरक्षा चूक से इनकार किया और कहा, ‘सिर्फ एक पेट्रोल बम का इस्तेमाल किया गया. इसका कोई असर नहीं हुआ जैसा कि आरोपियों को उम्मीद थी. अधिकारी ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है.

यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें राजभवन के बाहर राज्यपाल की किसी गतिविधि के बारे में कोई जानकारी थी और क्या वह इस तरह की धारणा के साथ तैयार होकर आये थे, अधिकारी ने कहा, ‘ऐसा नहीं लगता है.’ इस घटना ने राज्य में कानून-व्यवस्था के मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ द्रमुक के खिलाफ विपक्षी दलों की भौंहें चढ़ा दी हैं। विपक्ष के नेता और अन्नाद्रमुक प्रमुख एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने कहा कि उच्च सुरक्षा परिसर माने जाने वाले राजभवन में ही ‘असुरक्षा’ की स्थिति है. उन्होंने कहा कि यह घटना तमिलनाडु में कानून एवं व्यवस्था की ”बिगड़ती” स्थिति को दर्शाती है।

पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने भी कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार की आलोचना की. दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता की विश्वासपात्र वीके शशिकला ने कहा कि यह घटना राज्यपाल को डराने के समान है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने ट्विटर पर कहा, ‘यह वही व्यक्ति है जिसने फरवरी 2022 में चेन्नई में बीजेपी के तमिलनाडु मुख्यालय पर हमला किया था, आज राजभवन पर हमले के लिए वह जिम्मेदार है. केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन ने भी कानून-व्यवस्था को लेकर डीएमके सरकार की आलोचना की.

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