जस्टिन ट्रूडो को झटका, भारत के पक्ष में आया कनाडा का ये बड़ा नेता, कहा- PM बना तो फिर रिश्ते बहाल करूंगा

पर प्रकाश डाला गया

कंजर्वेटिव पार्टी के प्रमुख ने जस्टिन ट्रूडो को अनप्रोफेशनल नेता बताया.
उन्होंने कहा कि अगर वह प्रधानमंत्री बने तो भारत के साथ नये सिरे से रिश्ते बहाल करेंगे.

टोरंटो: कनाडा-भारत संबंधों में खटास के कारण प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को देश के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने फैसलों और बयानों का जबरदस्त विरोध झेलना पड़ रहा है। इसी कड़ी में कनाडा की विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के प्रमुख और विपक्षी नेता पियरे पोइलिवरे ने भारत के साथ रिश्ते खराब करने को लेकर जस्टिन ट्रूडो पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘अगर वह कनाडा के अगले प्रधानमंत्री बनते हैं तो भारत के साथ संबंधों को नवीनीकृत करेंगे.

इसके अलावा उन्होंने साफ कहा कि हिंदुओं और हिंदू मंदिरों पर हमले किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. उनका इशारा खालिस्तानियों की ओर था, जो आए दिन कनाडा में हिंदू मंदिरों पर हमले करते रहते हैं। पियरे पोइलिवरे ने कहा, ‘प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो 8 साल तक सत्ता में रहने के बाद भारत के साथ तनावपूर्ण संबंधों की कीमत के लायक नहीं हैं।’

नमस्ते रेडियो टोरंटो के साथ एक साक्षात्कार के दौरान पोइलिवरे ने कहा, ‘हमें भारत सरकार के साथ पेशेवर संबंध बनाने की जरूरत है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और हमारे लिए असहमत होना और एक-दूसरे को जवाबदेह ठहराना ठीक है। लेकिन हमें पेशेवर रिश्ता रखना होगा और जब मैं इस देश का प्रधानमंत्री बनूंगा तो इसे बहाल करूंगा।’

जब उनसे भारत सरकार द्वारा निष्कासित 41 कनाडाई राजनयिकों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसके लिए जस्टिन ट्रूडो को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कनाडा अब भारत सहित दुनिया की लगभग हर प्रमुख शक्ति के साथ बड़े विवादों में है।

आपको बता दें कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपनी संसद में दावा किया था कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और भारत सरकार के बीच संभावित संबंध है, जिसकी जांच सुरक्षा एजेंसियां ​​कर रही हैं. इस दावे के बाद ही भारत-कनाडा के राजनयिक रिश्ते बिगड़ने लगे. हाल ही में भारत सरकार के आदेश के बाद 41 कनाडाई राजनयिकों को देश छोड़ना पड़ा था।

टैग: कनाडा समाचार, जस्टिन ट्रूडो