जीजा की शोकसभा में गई महिला की हार्ट अटैक से मौत, 5 बेटियों ने दिया कंधा और मुखाग्नि दी

पर प्रकाश डाला गया

राजस्थान के डीडवाना की घटना
पांच बेटियों में से दो की शादी हो चुकी है जबकि तीन अविवाहित हैं।
बेटियों ने खुद पर काबू पाया और अपनी मां का अंतिम संस्कार किया.

नागौर. बेटियां किसी भी मायने में बेटों से कम नहीं हैं। आज डीडवाना जिले की पांच बहनों ने यह साबित कर दिया। यहां एक महिला की हार्ट अटैक से मौत के बाद उसकी पांच बेटियों ने न सिर्फ अपनी मां की अर्थी को कंधा दिया बल्कि मुखाग्नि भी दी. इस दौरान उन्होंने वो सभी रस्में निभाईं जो एक बेटा निभाता है। पांचों बहनों का यह कदम इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है. इन पांच बहनों में से दो की शादी हो चुकी है और तीन अविवाहित हैं।

दरअसल, डीडवाना शहर के सुपका रोड के पास रहने वाले शिवप्रसाद की 50 वर्षीय पत्नी रेनू देवी की सोमवार रात को मौत हो गई. हाल ही में रेनू देवी के जीजा का जयपुर में निधन हो गया। इसलिए उनके तीये की बैठक में शामिल होने के लिए रेनू देवी अपने पति के साथ गयी थी. वहां दिल का दौरा पड़ने से रेनू देवी की मौत हो गयी.

दो बेटियों की शादी हो चुकी है और तीन अविवाहित हैं
शिवप्रसाद और रेनू देवी की केवल पांच बेटियां हैं, भारती, आरती, शीतल, हेमलता और अर्चना। उनका कोई बेटा नहीं है. भारती और आरती विवाहित हैं जबकि शीतल, हेमलता और अर्चना अविवाहित हैं। मां के अचानक निधन से बेटियों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. लेकिन पांचों बहनों ने अपनी हिम्मत नहीं टूटने दी. पांचों बेटियों ने बेटों का फर्ज निभाया।

बेटियों की हिम्मत देख लोग हैरान रह गए.
पांचों बेटियों ने अपनी मां के अंतिम संस्कार की पूरी जिम्मेदारी लेने का फैसला किया। इसके बाद पांचों बेटियों ने मां की अर्थी को कंधा दिया। बाद में समाज, परिवार और अन्य लोगों की मौजूदगी में मोक्षधाट पर मां की चिता भी जलाई गई। दुख की इस घड़ी में भी बेटियों का हौसला देखकर लोग हैरान रह गए.

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