जेईई परीक्षा में नकल करने वालों की मुश्किल, NTA ने निकाला नया तरीका, पकड़े जाएंगे चालाकी करने वाले

जेईई मेन्स परीक्षा में नकल या नकल कराने वालों की अब खैर नहीं होगी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ऐसी धोखाधड़ी का पता लगाने के लिए एक नया तरीका लेकर आई है। अगर कोई परीक्षा के दौरान नकल करता है तो वह मुसीबत में पड़ सकता है। ऐसे में अभ्यर्थियों को सावधान रहने की जरूरत है. एनटीए ने इस संबंध में जेईई मेन्स के उम्मीदवारों को भी चेतावनी दी है। एनटीए ने कहा है कि जेईई मेन्स परीक्षा में कोई भी अभ्यर्थी नकल या नकल करने की कोशिश न करें।

जांच के बाद भी कार्रवाई
इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन्स हर साल नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित की जाती है। एनटीए ने कहा कि अभ्यर्थी इस परीक्षा में नकल करने की कोशिश न करें या किसी भी तरह की नकल न करें। अगर कोई गलत तरीके से नकल करके परीक्षा देकर चला जाए तो भी वह बाद में पकड़ा जा सकता है। एनटीए का कहना है कि परीक्षा के बाद पोस्ट एग्जाम डेटा एनालिसिस किया जाता है, जिसमें संबंधित अभ्यर्थी की चतुराई या बुद्धिमत्ता पकड़ी जाएगी। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जेईई मेन्स परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों के रिमोट बायोमेट्रिक मिलान के लिए एनटीए द्वारा एआई का उपयोग किया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक, एनटीए ने परीक्षा के बाद डेटा विश्लेषण के दौरान 4 ऐसे मामलों की भी पहचान की है, जिनमें अनुचित साधनों का इस्तेमाल किया गया था। एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह के हवाले से कहा गया है कि परीक्षा में नकल रोकने और निष्पक्षता के लिए कई स्तरों पर उपाय किए गए हैं. इसमें वेरिफिकेशन, बायोमेट्रिक्स आदि शामिल हैं। अगर कोई अभ्यर्थी वॉशरूम जाता है तो भी उसकी तलाशी के साथ उसका बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन कराना अनिवार्य होगा।

परीक्षाएं कब और कब तक हैं?
जेईई सत्र 2 के लिए कुल 12.57 लाख उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया है, जिनमें से 75 प्रतिशत पिछले जनवरी सत्र में परीक्षा के लिए उपस्थित हुए थे। पेपर 1 बीई/बी.टेक के लिए परीक्षाएं 4 अप्रैल से 9 अप्रैल तक दो पालियों में आयोजित की जाएंगी। इसी तरह, पेपर 2 बी.आर्क/बी.प्लानिंग के लिए परीक्षाएं 12 अप्रैल को आयोजित की जाएंगी।

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