…तो मिट जाता इजराइल का नामो-निशान! अगर ये खास दोस्त न होता तो ईरान में मच जाता कत्लेआम- News18 हिंदी

नई दिल्ली: 13 अप्रैल को जब ईरान ने इजराइल पर ड्रोन और मिसाइलों से बमबारी की तो दुनिया एक बार फिर तनाव में आ गई. जिस ताकत से ईरान ने इजराइल पर हमला किया था अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई होती तो आज इजराइल और यहूदी राष्ट्र में नरसंहार होता मिटा दिया गया होगा. जी हां, अगर ईरानी हमले में इजराइल को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है तो इसकी वजह उसका खास दोस्त अमेरिका है। रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान की ज्यादातर मिसाइलें और ड्रोन इजरायल ने नहीं बल्कि अमेरिका ने गिराए हैं।

ईरानी हमले के आंकड़ों का विश्लेषण करने वाली एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 13 अप्रैल को ईरान द्वारा इज़राइल की ओर लॉन्च की गई अधिकांश मिसाइलों और ड्रोनों को इज़राइल ने नहीं, बल्कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने रोका और मार गिराया था। अमेरिकी समाचार आउटलेट द इंटरसेप्ट से बात करने वाले अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने कहा कि आधे से अधिक ड्रोन, बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों को इजरायल पहुंचने से पहले अमेरिकी विमानों और मिसाइलों द्वारा नष्ट कर दिया गया था।

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इजराइल को किसका मिला समर्थन?
दरअसल, ईरान ने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए रविवार तड़के इजराइल पर सीधा हमला कर दिया और उस पर 170 ड्रोन, 120 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें और 30 क्रूज मिसाइलें दाग दीं. ईरान के इस हमले के बाद इजरायली सेना ने तुरंत कहा कि ईरान ने कई ड्रोन, क्रूज मिसाइलें और बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनमें से 99 फीसदी को इजरायल की सीमाओं के बाहर सहयोगियों की मदद से नष्ट कर दिया गया. ईरानी हमले को नाकाम करने में इजराइल के साथ अमेरिका, जॉर्डन, फ्रांस और ब्रिटेन समेत कई सहयोगी देश शामिल थे. बता दें कि 1 अप्रैल को सीरिया में हवाई हमले में ईरानी वाणिज्य दूतावास में दो ईरानी जनरलों के मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने की कसम खाई थी और इस हमले के पीछे इजरायल का हाथ होने का आरोप लगाया था.

ईरान को सबसे ज्यादा दर्द अमेरिका ने दिया
अमेरिकी सैन्य सूत्रों के शुरुआती अनुमान में बताया गया है कि ईरान के आधे हथियारों में किसी न किसी तरह की तकनीकी खराबी थी और बाकी बची 80 से ज्यादा मिसाइलों को अमेरिका ने नष्ट कर दिया था. रिपोर्ट के मुताबिक, यूएस सेंट्रल कमांड ने कहा कि उसकी सेना ने ईरान और यमन से इजरायल पर दागे गए 80 से अधिक ड्रोन और कम से कम छह बैलिस्टिक मिसाइलों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। हालांकि, अमेरिका ने यह खुलासा नहीं किया है कि उसके विमानों ने इन हथियारों को कहां नष्ट किया। आपको बता दें कि सऊदी अरब में अमेरिका का सक्रिय सैन्य अड्डा है।

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ईरान ने दागी कितनी मिसाइलें?
वहीं, इजराइल डिफेंस फोर्स ने एक बयान में कहा कि देश की सीमा के बाहर इजराइली वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने करीब 25 क्रूज मिसाइलों को नाकाम कर दिया. वहीं, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी कहा कि ब्रिटेन की रॉयल एयर फोर्स ने भी कई ईरानी मिसाइलों को नाकाम कर दिया. साथ ही जॉर्डन ने यह भी कहा कि उसकी सेना ने कई ईरानी मिसाइलों को भी नाकाम कर दिया. इजराइल का कहना है कि ईरान ने 300 ड्रोन, क्रूज मिसाइल और बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया था.

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