धरती से टकराई रहस्यमयी लेजर, खुशी से उछल पड़े वैज्ञानिक, लगा 22 करोड़ KM दूर कहीं है एलियन, फिर क्या हुआ…

ब्रह्मांड से लेजर बीम: नासा के वैज्ञानिकों ने हाल ही में खुलासा किया है कि पृथ्वी को अंतरिक्ष से एक रहस्यमय संकेत मिला है। यह सिग्नल अंतरिक्ष से लगभग 140 मिलियन मील (लगभग 22 करोड़) दूर उत्पन्न हुआ। अध्ययन से पता चला कि नासा के नए अंतरिक्ष यान “साइकी” ने इसे पृथ्वी पर भेजा था। पहले तो ऐसा लगा मानो ये सिग्नल एलियंस भेज रहे हों? दरअसल, सिग्नल के पृथ्वी से टकराने के बाद अंतरिक्ष के अध्ययन की प्रक्रिया तेज हो जाएगी।

नासा ने अक्टूबर 2023 में एक अंतरिक्ष मिशन लॉन्च किया था। ‘साइकी 16’ नाम के इस अंतरिक्ष यान का मुख्य उद्देश्य एक क्षुद्रग्रह का अध्ययन करना था। ऐसा माना जाता है कि अंतरिक्ष यान डीप स्पेस ऑप्टिकल कम्युनिकेशंस तकनीक से लैस है, जो हमारे सौर मंडल में काफी दुर्लभ है। यह क्षुद्रग्रह मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच क्षुद्रग्रह बेल्ट में स्थित है।

52 लोगों को नौकरी से क्यों निकाला गया? एलजी हाउस ने बताया- 2017 में ही…

नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी से जुड़ी मीरा श्रीनिवासन ने कहा, ‘यह उपलब्धि हमारे प्रोजेक्ट के लिए महत्वपूर्ण है कि ऑप्टिकल संचार अंतरिक्ष यान रेडियो फ्रीक्वेंसी कॉम्स सिस्टम के साथ इंटरफेस कर सकता है। .’

साइकी अंतरिक्ष यान द्वारा भेजा गया यह सिग्नल बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि पृथ्वी और सूर्य से 1.5 गुना दूरी होने के बावजूद, यह रेडियो फ्रीक्वेंसी ट्रांसमीटर के साथ इंटरफेस किया गया था। इससे वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष के रहस्यों का अध्ययन करने में मदद मिलेगी और इस प्रक्रिया में काफी तेजी भी आएगी। डीएसओसी ने साइके के रेडियो ट्रांसमीटर के साथ भी सफलतापूर्वक इंटरफेस किया, जिससे यह अंतरिक्ष यान से सीधे पृथ्वी पर सूचना और इंजीनियरिंग डेटा संचारित कर सका।

टैग: नासा, नासा अध्ययन