महुआ मोइत्रा ने संसद में पूछताछ के लिए नकदी लेने से किया इनकार, कहा- मैं दर्शन हीरानंदानी को पैसे दूंगी

महुआ मोइत्रा पंक्ति: संसद में सवाल पूछने के लिए रिश्वत लेने के आरोप का सामना कर रहीं तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने एक बार फिर इस बात से इनकार किया है कि उन्होंने अडानी के खिलाफ सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से कोई पैसे लिए थे। महुआ ने यह भी कहा है कि अगर दर्शन हीरानंदानी अडानी ग्रुप के खिलाफ बोलने के लिए पैसे लेंगे तो वह दे देंगी.

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे द्वारा लोकसभा अध्यक्ष के पास महुआ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद कारोबारी दर्शन हीरानंदानी ने हलफनामा देकर संसद में अडानी के खिलाफ सवाल पूछने के लिए महुआ मोइत्रा की संसदीय आईडी का इस्तेमाल करने के आरोप को स्वीकार कर लिया है. उन्होंने सरकारी गवाह बनने की इच्छा जताई है, जिससे महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं.

‘अडानी के खिलाफ बोलने के लिए पैसे की जरूरत नहीं’

शनिवार (28 अक्टूबर) को टाइम्स नाउ को दिए एक इंटरव्यू में महुआ मोइत्रा ने कहा, ‘मुझे अडानी के खिलाफ बोलने के लिए दर्शन हीरानंदानी से पैसे लेने की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर हीरानंदानी अडानी के खिलाफ बोलने के लिए पैसे लेंगे तो मैं दे दूंगी।’ हीरानंदानी को लेकर उठ रहे सवालों पर उन्होंने कहा, ”अगर दर्शन हीरानंदानी इतने ही देशद्रोही हैं तो उन्हें उत्तर प्रदेश में 30 हजार करोड़ रुपये का कारोबार करने की इजाजत क्यों दी गई है?”

भारत प्रवास के दौरान हीरानंदानी द्वारा दुबई में अपनी संसदीय आईडी के इस्तेमाल पर सफाई देते हुए महुआ ने कहा कि अगर यह सुरक्षा से जुड़ा मामला है तो सांसदों की संसदीय आईडी 10 जगहों से लॉग इन होती है. यह कोई बड़ी बात नहीं है।”

इंटरव्यू पर उठाए सवाल

महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर सवाल पूछने का आरोप लगाने वाले झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकात दुबे ने इस टीवी इंटरव्यू पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि जब संसद की एथिक्स कमेटी महुआ को जांच के लिए बुलाती है तो उनके पास जाने का समय नहीं होता, लेकिन टेलीविजन पर इंटरव्यू देने के लिए उनके पास पर्याप्त समय होता है.

क्या बात है

आपको बता दें कि महुआ मोइत्रा के पूर्व पार्टनर और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई ने मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाया था. उन्होंने इस संबंध में जांच के लिए सीबीआई महानिदेशक को एक पत्र भेजा था, जिसके साथ उन्होंने कई सबूत भी शामिल किये थे. देहाद्राई की शिकायत के आधार पर, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर संसद में हीरानंदानी समूह के सीईओ दर्शन हीरानंदानी से ‘नकदी और महंगे उपहारों के बारे में’ सवाल पूछने का आरोप लगाया।

उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से महुआ मोइत्रा को निलंबित करने की मांग की. संसद की एथिक्स कमेटी इस मामले की जांच कर रही है. एक दिन पहले शुक्रवार को एथिक्स कमेटी ने महुआ को बयान देने के लिए बुलाया था लेकिन उन्होंने पत्र लिखकर जाने में असमर्थता जताई थी. हालांकि, दो दिन के अंदर एथिक्स कमेटी ने उन्हें दूसरा नोटिस दिया और 2 नवंबर को पेश होने को कहा.

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