मार्क जुकरबर्ग ने परिवारों से माफी मांगी क्योंकि सांसदों ने सोशल मीडिया सीईओ पर ‘खून’ का आरोप लगाया

मार्क जुकरबर्ग की माफ़ी: अमेरिकी सीनेट की सुनवाई के दौरान मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग शर्म से लाल दिखे। सीधे और स्पष्ट सवालों का सामना करते-करते उनका चेहरा पीला पड़ गया और वे ठीक से जवाब भी नहीं दे पा रहे थे. बाद में उन्हें उन पीड़ित परिवारों से सार्वजनिक तौर पर माफ़ी भी मांगनी पड़ी जिन्होंने मेटा पर गंभीर आरोप लगाए थे. ऐसे परिवारों का आरोप है कि बच्चों को नुकसान से बचाने के लिए मेटा की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया.

कैपिटल हिल के हाउस फ्लोर पर सुनवाई के दौरान मेटा सीईओ को बताया गया कि इंस्टाग्राम पर 13 से 15 साल की उम्र की 37 प्रतिशत लड़कियों को एक हफ्ते में अवांछित नग्नता (अचानक आपत्तिजनक सामग्री मिलना) का सामना करना पड़ा। ऐसे में उन्होंने क्या कार्रवाई की और किसे नौकरी से हटाया? कई बार ये सवाल पूछे जाने पर मार्क जुकरबर्ग ने कहा- मैं इसका जवाब नहीं देने वाला. मुझे नहीं लगता कि इस बारे में बात करना सही होगा.

देखिये सुनवाई के दौरान क्या हुआ:

वकील जोश हॉले, जो उन पर सवालों की बौछार कर रहे थे, उन्होंने मेटा बॉस से यह भी पूछा कि क्या आप जानते हैं कि पीछे कौन बैठा है? ये देश के वो लोग हैं जिनके बच्चों को सोशल मीडिया की वजह से या तो नुकसान हुआ है या फिर उनकी जान चली गई है. ऐसे में क्या यह बात करना जरूरी नहीं है कि आपने क्या कदम उठाया या किसे नौकरी से हटाया…क्या आपने किसी पीड़ित को मुआवजा दिया?

मार्क जुकरबर्ग ने जवाब दिया, “मुझे ऐसा नहीं लगता।” इस पर वकील ने उन्हें टोकते हुए पूछा, क्या आपको नहीं लगता कि उन्हें इस (नुकसान) का मुआवजा मिलना चाहिए.

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