रूस ने धार्मिक स्वतंत्रता के लिए अमेरिका पर हमला किया, भारत के खिलाफ रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिका लोकसभा चुनाव 2024 में हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रहा है

लोकसभा चुनाव 2024 पर रूस: भारत-रूस के रिश्ते किसी से छुपे नहीं हैं. रूस ने हमेशा हर मुद्दे पर भारत का साथ दिया है. इस बीच रूस ने एक बार फिर भारत की दोस्ती को अहमियत देते हुए अमेरिका को फटकार लगाई है. रूसी विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी संघीय आयोग की एक रिपोर्ट की निंदा की है. इस रिपोर्ट में अमेरिका ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर चिंता जताई थी.

रूसी विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी रिपोर्ट पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि अमेरिका का लक्ष्य भारत में चल रहे लोकसभा चुनाव 2024 को अस्थिर करना है. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने रूसी सरकार के स्वामित्व वाले समाचार नेटवर्क आरटी न्यूज़ पर यह टिप्पणी की।

रूस ने अमेरिका की आलोचना की

जखारोवा ने अमेरिकी रिपोर्ट को भारत के लिए अपमानजनक बताया. प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा, “वॉशिंगटन भारत की राष्ट्रीय मानसिकता और इतिहास को नहीं समझता है और भारत में धार्मिक स्वतंत्रता के बारे में बेबुनियाद आरोप लगा रहा है।” अमेरिका के आरोपों के पीछे की वजह भारत में आंतरिक राजनीतिक स्थिति को असंतुलित करना और आम चुनाव को जटिल बनाना है. वाशिंगटन की हरकतें स्पष्ट रूप से भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप है।

पन्नू मामले पर भी फटकार लगाई

इसके अलावा रूस ने खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में एक भारतीय अधिकारी के शामिल होने के आरोपों को भी खारिज कर दिया है. जखारोवा ने कहा, ‘हमारे पास जो जानकारी है उसके मुताबिक वाशिंगटन ने अभी तक पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोपों में भारतीय नागरिकों की संलिप्तता का कोई विश्वसनीय सबूत नहीं दिया है.’

रिपोर्ट में क्या कहा गया?

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग की नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट में धार्मिक स्वतंत्रता के कथित उल्लंघन के लिए भारत की आलोचना की गई है। आयोग ने आरोप लगाया कि भारत में धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन हो रहा है. आयोग ने अपनी रिपोर्ट में भारत को उन कई देशों में रखा है जहां धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन की बात कही गई है.

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