शक्तिशाली बनने की होड़! भारत ने खोला खजाना, सैन्य खर्च करने वाला चौथा देश, चीन कितना आगे?

नई दिल्ली: पूरी दुनिया में सबसे शक्तिशाली बनने की होड़ ऐसी है कि सभी देश अपनी सेनाओं को मजबूत करने के लिए अपने रक्षा बजट में लगातार बढ़ोतरी कर रहे हैं। इस मामले में चीन भी पीछे नहीं है. हिंद-प्रशांत क्षेत्र और अन्य जगहों पर अपना खतरा बढ़ाने के लिए चीन लगातार अपना सैन्य खर्च बढ़ा रहा है। चीन ने वर्ष 2023 में अपने सैन्य खर्च को बढ़ाकर अनुमानित 296 बिलियन डॉलर कर दिया है, जिससे वह अमेरिका के बाद दूसरा सबसे बड़ा सैन्य खर्च करने वाला देश बन गया है। ऐसा करते हुए बीजिंग ने 2022 की तुलना में अपने सैन्य खर्च में 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है।

अगर वैश्विक रक्षा खर्च की बात करें तो पिछले दशक में साल-दर-साल सबसे तेज वृद्धि दर्ज की गई है और 2023 में यह 2,443 अरब डॉलर के रिकॉर्ड तक पहुंच गया है। साथ ही, भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रक्षा खर्च करने वाला देश बना हुआ है। अमेरिका, चीन और रूस के बाद. पिछली रिपोर्ट में भी भारत चौथे स्थान पर था.

स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) ने साल 2023 के लिए विभिन्न देशों के रक्षा बजट और सैन्य खर्च को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट के मुताबिक, सेना पर खर्च के मामले में अमेरिका अभी भी दुनिया में नंबर वन बना हुआ है. हालांकि, इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर मौजूद चीन का साल 2023 में रक्षा बजट 296 अरब डॉलर है। चीन का सैन्य खर्च पिछले साल के मुकाबले 6 फीसदी ज्यादा है। इस तरह चीन ने लगातार 29वें साल अपना सैन्य खर्च बढ़ाया है. इसका मतलब यह है कि ड्रैगन लगातार 29 वर्षों से अपनी सेना और सैन्य उपकरणों पर पानी की तरह पैसा बहा रहा है।

सोमवार को प्रकाशित SIPRI की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने अपने रक्षा बजट पर 916 अरब डॉलर खर्च किए हैं, जो कुल वैश्विक सैन्य खर्च का 37 फीसदी है. एक ओर यूक्रेन और दूसरी ओर इजराइल को सीधे समर्थन के कारण अमेरिकी सैन्य खर्च में वृद्धि हुई है। पिछले साल अमेरिका और चीन ने मिलकर वैश्विक सैन्य खर्च का लगभग आधा हिस्सा खर्च किया था.

इस रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका और चीन के बाद रक्षा बजट और सेना पर खर्च के मामले में टॉप पांच में रूस, भारत और सऊदी अरब का नाम आता है, जिनकी साल 2023 में दुनिया के सैन्य खर्च में 61 फीसदी हिस्सेदारी रही. इस सूची में चौथे स्थान पर भारत है, जिसका सैन्य खर्च साल 2023 में 83.6 अरब डॉलर (69,69,67,76,60,00 रुपये) था, जो वैश्विक रक्षा खर्च का 3.7 फीसदी है.

सर्वाधिक सैन्य व्यय वाले शीर्ष 10 देश
अमेरिका- 916 अरब डॉलर
चीन- 296 अरब डॉलर
रूस- 109 अरब डॉलर
भारत- 84 अरब डॉलर
सऊदी अरब- 76 अरब डॉलर
ब्रिटेन- 75 अरब डॉलर
जर्मनी-67 अरब डॉलर
यूक्रेन- 65 अरब डॉलर
फ़्रांस- 61 अरब डॉलर
जापान- 50 अरब डॉलर

हालांकि, अगर पाकिस्तान की बात करें तो वह 8.5 अरब डॉलर के साथ इस लिस्ट में 30वें नंबर पर है। चीन का सैन्य खर्च भारत से करीब चार गुना ज्यादा है.

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