शाहबाज सरकार ने किया भारत विरोधी कदम का ऐलान, चीन के साथ CPEC प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाएगा पाकिस्तान!

छवि स्रोत: फ़ाइल
शाहबाज शरीफ और जिनपिंग.

सीपीईसी : कंगाल पाकिस्तान चीन के कर्ज में डूबा हुआ है. कर्ज़ के साये में पलती दोस्ती को दुनिया जानती है। ऐसे में जब पाकिस्तान गरीबी के हालात से जूझ रहा है, हाल ही में शाहबाज शरीफ सरकार ने दोबारा सत्ता संभाली है. सत्ता संभालते ही शाहबाज शरीफ ने एक और भारत विरोधी ऐलान कर दिया है. शाहबाज शरीफ चीन के साथ चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा यानी सीपीईसी प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाना चाहते हैं.

भारत लगातार इस प्रोजेक्ट का विरोध करता रहा है. भारत के विरोध के बावजूद शाहबाज़ इस प्रोजेक्ट के दूसरे चरण पर काम करना चाहते हैं. पाकिस्तान कुटिल चीन को अपना ‘आयरन ब्रदर’ कहता है. पाकिस्तान के ऐसे कदमों से भारत और पड़ोसी देश पाकिस्तान के बीच रिश्ते बेहतर हो सकते हैं.

जानिए सीपीईसी पर शाहबाज शरीफ ने क्या कहा?

शहबाज शरीफ ने अपने पहले संसदीय भाषण में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) पर चर्चा के बाद शहबाज ने चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की अपील की। शाहबाज ने चीन को ‘आयरन ब्रदर’ कहा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि दोनों देशों को कठिनाइयों के बावजूद सहयोग जारी रखना चाहिए और सीपीईसी परियोजना के दूसरे चरण की ओर बढ़ना चाहिए. उन्होंने इस्लामाबाद स्थित पीएम कार्यालय में चीन की सरकारी एजेंसी शिन्हुआ से चर्चा में ये बातें कहीं. पाकिस्तान और चीन के बीच राजनयिक संबंधों के 73 साल पूरे होने पर शाहबाज ने कहा कि पाकिस्तान और चीन के नेताओं ने द्विपक्षीय मित्रता को लगातार बढ़ाया है.

CPEC प्रोजेक्ट PoK से होकर गुजरता है

शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान सीपीईसी के दूसरे चरण के लिए चीन के साथ काम करने को तैयार है. शाहबाज ने इस कॉरिडोर के जरिए टेक्नोलॉजी और कृषि को बढ़ाने की बात कही. हालाँकि, उनका यह कदम सीधे तौर पर भारत विरोधी है। क्योंकि सीपीईसी पीओके से होकर गुजरता है, जो भारत का हिस्सा है. इसको लेकर भारत हमेशा से विरोध जताता रहा है.

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