‘घुसकर मारेंगे…’ पीएम मोदी के बयान पर अमेरिका ने क्या कहा? ये अनुरोध भारत और पाकिस्तान से किया गया था

वाशिंगटन. सीमा पार कर आतंकियों को मारने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कथित बयानों पर अब अमेरिका का भी बयान आया है. राष्ट्रपति जो बिडेन के प्रशासन ने कहा कि अमेरिका इस मुद्दे में हस्तक्षेप नहीं करेगा, हालांकि उसने ‘भारत और पाकिस्तान से तनाव बढ़ाने से बचने और बातचीत के माध्यम से समाधान खोजने का आग्रह किया।’

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही. उनसे आतंकवादियों के खात्मे के लिए दूसरे देशों में भारत के कथित अभियानों के बारे में सवाल पूछा गया था. यह पूछे जाने पर कि क्या कनाडा में (खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह) निज्जर की कथित हत्या, न्यूयॉर्क में (घोषित आतंकवादी गुरपतवंत सिंह) पन्नू की हत्या की साजिश और पाकिस्तान में हत्याओं के संदर्भ में मोदी और सिंह की टिप्पणियों को ‘इकबालिया बयान’ माना जाता है। जैसा कि देखा जा सकता है, मिलर ने कहा कि अमेरिका इस मुद्दे में शामिल नहीं होगा.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘अमेरिका इसमें शामिल नहीं होगा लेकिन हम भारत और पाकिस्तान दोनों से तनाव से बचने और बातचीत के जरिए समाधान निकालने का आग्रह करते हैं।’

इस सवाल के जवाब में कि अमेरिका ने इस मामले में भारत पर प्रतिबंध लगाने पर विचार क्यों नहीं किया, मिलर ने कहा, ‘मैं प्रतिबंधों के बारे में कुछ नहीं कहूंगा. यदि आप मुझसे प्रतिबंधों के बारे में पूछते हैं, तो मेरा जवाब है कि हम इसके बारे में सार्वजनिक रूप से बात नहीं करते हैं…’

दरअसल, इस महीने की शुरुआत में रक्षा मंत्री सिंह ने सीमा पार आतंकवाद से निपटने के लिए भारत के कड़े रुख का जिक्र करते हुए कहा था कि अगर आतंकवादी भारत में शांति भंग करने या आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश करेंगे तो उन्हें करारा जवाब दिया जाएगा. और अगर वे पाकिस्तान भाग गए तो भारत पड़ोसी देश में घुसकर उन्हें मार डालेगा.

हाल ही में ब्रिटिश अखबार ‘द गार्जियन’ ने अपनी एक खबर में कहा था कि 2019 के बाद से भारतीय खुफिया एजेंसियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर सख्त रुख अपनाया है और पाकिस्तान में आतंकियों को मार गिराया है. इस संबंध में रक्षा मंत्री से सवाल पूछा गया. प्रधानमंत्री मोदी भी कथित तौर पर सीमा पार आतंकवाद से निपटने के लिए इसी तरह की कार्रवाई करने का विचार बार-बार दोहरा चुके हैं।

टैग: अमेरिका, नरेंद्र मोदी