फिलिस्तीन ने UNGA में उठाई बमबारी रोकने की मांग, इजराइल ने दो टूक कही ये बात

छवि स्रोत: फ़ाइल
संयुक्त राष्ट्र महासभा

इज़राइल और हमास पर UNGA: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में फिलिस्तीन ने इजरायल की बमबारी रोकने की मांग की है. इस पर इजराइल ने दो टूक जवाब दिया है. हमास की कमर तोड़ने के लिए इजराइल लगातार गाजा पट्टी पर हमले कर रहा है. इस बीच दो दिन में दूसरी बार गाजा पर जमीनी हमला भी किया गया. इन हमलों को लेकर फिलिस्तीन की ओर से संयुक्त राष्ट्र महासभा में इजराइल द्वारा गाजा पर किए जा रहे हमले को रोकने की मांग उठाई गई थी.

गाजा में चल रहे युद्ध को लेकर फिलिस्तीन के राजदूत ने कहा कि बमबारी रोककर लोगों की जान बचाई जानी चाहिए. इस पर इजरायली राजदूत ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए दो टूक कहा कि वह हमास को खत्म करके ही दम लेंगे. इजरायली राजदूत ने हमास को खत्म करने का संकल्प दोहराया. इजराइल और हमास के बीच युद्ध की गूंज 193 देशों वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी सुनाई दी. युद्ध रोकने की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कोशिशें भी सफल नहीं हुईं. इसके बाद शुक्रवार को होने वाली महासभा की बैठक में अरब देशों द्वारा गाजा में तत्काल युद्धविराम संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दिए जाने की उम्मीद है.

युद्धविराम हुआ तो हमास फिर जुटाएगा हथियार: इजराइल

फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों में इज़रायली कार्रवाई पर महासभा का आपातकालीन विशेष सत्र गुरुवार को फिर से शुरू हुआ। इस दौरान संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के राजदूत गिलाद एर्दान को छोड़कर विभिन्न वक्ताओं ने एक के बाद एक युद्धविराम के आह्वान को लेकर अरब प्रस्ताव का समर्थन किया. एर्दान ने महासभा में कहा, “युद्धविराम का मतलब हमास को हथियार जमा करने के लिए समय देना होगा ताकि वे एक बार फिर हमारे खिलाफ नरसंहार कर सकें।” इज़राइल और यहूदियों को नष्ट करने की प्रतिज्ञा से संबंधित हमास के विभिन्न बयानों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, “संघर्ष विराम का कोई भी आह्वान शांति का प्रयास नहीं है।” यह इज़राइल के हाथ बांधने का एक प्रयास होगा, जो हमें अपने नागरिकों के सामने मौजूद खतरे को खत्म करने से रोक सकता है।

फ़िलिस्तीनी नागरिकों को भोजन और पानी की आपूर्ति की मांग उठी

गुरुवार को करीब एक दर्जन देशों के प्रतिनिधियों ने युद्धविराम, गाजा में लगातार इजरायली बमबारी झेल रहे फिलिस्तीनियों की सुरक्षा और भोजन, पानी, दवा और ईंधन की आपूर्ति की अपील की. एक तरफ जहां हमास के हमलों में करीब 1400 इजरायली मारे गए हैं. उधर, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इजरायल की जवाबी कार्रवाई में 7000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं. इसके अलावा इजराइल के 220 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाना दूसरा बड़ा मुद्दा है.

हमास नागरिक कैदियों को रिहा करने को तैयार: ईरान

ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियां ने कहा है कि हमास आम कैदियों को रिहा करने के लिए तैयार है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इजरायल में कैद 6,000 फिलिस्तीनियों की रिहाई की जिम्मेदारी लेनी होगी. उन्होंने महासभा को बताया, “ईरान इस अत्यंत महत्वपूर्ण मानवीय प्रयास में कतर और तुर्की के साथ अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है।”

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