सऊदी अरब में मिला मानव जीवन का सबसे पुराना सबूत, वैज्ञानिकों ने किए चौंकाने वाले खुलासे

मानव जीवन साक्ष्य: ऑस्ट्रेलिया की ग्रिफ़िथ यूनिवर्सिटी के दो वैज्ञानिकों और माल्टा यूनिवर्सिटी के ह्यू ग्रूकट ने सऊदी अरब में महत्वपूर्ण खोज की है। मैथ्यू स्टीवर्ट और माइकल पेट्रागलिया नाम के दो वैज्ञानिकों ने मानव इतिहास के कई रहस्यमयी सबूत खोजने का दावा किया है। वैज्ञानिकों ने कहा कि अरब प्रायद्वीप में आप ऐसी कई पत्थर की संरचनाएं देख सकते हैं, कई चिमनियां और पत्थर के औजार मिले हैं, जो इस बात का सबूत हैं कि यहां 10 हजार साल पहले मानव जीवन था।

वैज्ञानिकों ने सऊदी अरब में एक विशाल लावा ट्यूब गुफा में प्राचीन मनुष्यों के निवास का पहला सबूत मिलने का दावा किया है और कहा है कि यहां शिकार और चरवाहे के दृश्यों से भरी रॉक कला भी देखी जा सकती है। वैज्ञानिकों ने बताया कि इन दृश्यों को देखने के बाद कई पुरातत्वविद् पिछले एक दशक से इन पर शोध कर रहे थे। शोध के दौरान यह बात सामने आई है कि इनमें से कई संरचनाएं 10 हजार साल पुरानी हैं।

साल 2019 में रिसर्च तेज हुई
शुष्क जलवायु, गर्म दिन, ठंडी रातें और तेज़ हवा के कटाव के कारण कुछ अवशेष पुरातत्वविदों के लिए बहुत उपयोगी नहीं हैं। अभी तक जीवाश्मों या गहराई में दबे परतदार निक्षेपों के बारे में बहुत कम जानकारी प्राप्त हुई है। वैज्ञानिकों ने कहा कि लंबे समय से किसी भी पुरातत्वविद् ने उत्तरी अरब की सैकड़ों गुफाओं और लावा ट्यूबों में से किसी का सर्वेक्षण नहीं किया था। साल 2019 में कुछ टीमों ने इन भूमिगत जगहों पर शोध करना शुरू किया, जिसके बाद अध्ययन में कई रहस्यमयी जानकारियां सामने आई हैं।

सऊदी में मिला 10 हजार साल पुराना मानव जीवन!
वैज्ञानिकों ने बताया कि अरब की यह लावा ट्यूब मदीना शहर से करीब 125 किलोमीटर उत्तर में हरत खैबर लावा मैदान में है. यह ट्यूब हजारों साल पहले लावा के ठंडा होने के बाद बनी थी। ट्यूब की लंबाई 1.5 किलोमीटर, कहीं-कहीं ऊंचाई 12 मीटर और चौड़ाई 45 मीटर तक है। इस ट्यूब में प्रवेश करने पर बड़ी संख्या में हड्डियों के अवशेष मिलते हैं। इसमें हजारों जीवाश्म आज भी संरक्षित हैं। इनमें जानवरों, विशेषकर भेड़-बकरियों को चराने के दृश्य और कुत्तों के शिकार के दृश्य शामिल हैं।

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